शिल्पा कि शादी की खबर सुनकर अच्हा लगा की चलो बॉलीवुड की एक और अभिनेत्री ने अपना घर बसा लिया है, शुक्र है की तथाकथित प्रेम कथा का सुखद अंत परिणय के रूप मे बदल गया. वरना मायानगरी मे कोई प्रेम संबध साल और महीनो से ज्यादा नहीं चल पाते. चाहे बात रेखा की हो या प्रीटी जिंटा, लारा, अमीषा और कंगना रानौत, ऐश्वर्या ही क्यों न हो. सबके साथ एक न निभने वाली संबंधो की कहानी जरूर है. जिसमे पाठको और मीडिया की उत्सुकता बनी रहती है.
लेकिन जिस तरह मीडिया इस रील लाइफ की जोड़ियो मे रियल लाइफ का conection मिलान करने लगता है, ठीक उसी तरह इस बार भी मीडिया ने इस शादी मे जो दिलचस्पी दिखाई उसके लिए अगर अवार्ड रखा जाता तो इन टीवी चैनलो को जरूर मिल जाता क्यूंकि जिस तरह की होड़ मची थी शादी की कवर करने के लिए उसे देख कर ऐसा लगा की मानो कोई हमसे आगे न बढ़ जाये. टीवी वाले तो चलो कैमरा और रिपोर्टर के बूते खुद को चमकाए हुए थे, पर अखबार भी कुछ कम उत्साह का प्रदर्शन नहीं कर रहे थे. शिल्पा ने क्या पहना, उनको घबराहट हो रही है की नहीं, फला-फला.
बचपन मे दादी नानी कहा करती थी की अमुक जगह पर लोगो ने ( भेड़िया धसान) कर रखा है, यानि भीड़ भार हो रही है. वैसी ही हालत मीडिया ने पुणे मे आयोजित शिल्पा के विवाह को दिखने मे की. देख कर आश्चर्य हुआ यह देख कर की जिस आजतक को लोग गंभीर खबरों और खोजी पत्रकारिता के लिए जानते थे अब वोह भी इंडिया टीवी की नक़ल करने की चक्कर मे और शिल्पा की शादी दिखने के चक्कर मे अपनी ऐसी तैसी किये बैठा है.
मीडिया का बस नहीं चलता वरना यह सेलिब्रिटी की शादी के बाद उनके बेडरूम मे भी कैमरा लगा दे की फिल्मो मे हॉट सीन देने वाली अमुक अभिनेत्री या अभिनेता रियल लाइफ मे बेड पर कितने हॉट है . यह भी एक बिडम्बना है की कल का दिन जब देश के संसद मे बाबरी मस्जिद गिराए जाने का रिपोर्ट मांग रहा था उसी दिन यह no 1 no .2 की कुर्शी वाले शिल्पा की शादी का व्याखान करने मे जुटे हुए थे.
आज से लगभग ढाई साल पहले भी यह अमिताभ के बेटे की शादी को कवर करने मे जुटे पर अमिताभ ने नाक पर इन मीडिया रुपी एक भी मक्खी नहीं बैठने दी थी. पता नहीं इन्हें अकाल कब आएगी की ये ही सितारे अपनी फिल्मो का या अपने आप का प्रचार करने के लिए मीडिया को इस्तेमाल करते है और जब भी मन करता है दूध मे पड़ी मक्खी की तरह निकाल फेकते है, सबसे बड़ा उदहारण आमिर खान लेकिन हम नहीं सुधरेंगे वाली बात को सोच कर आगे बढ़ जाते है. एक बड़ा सवाल यह भी है की क्यों नहीं यह
इन मगरूर और मनमौजी अभिनेताओ का बहिष्कार करके सबक सिखाते है?
लेकिन हद तो तब हो गई जब एक नमी गिरामी अखबार अमर उजाला ने ऐश्वर्या और शिल्पा के शादी के फोटोग्राफ की तुलना शुरू कर दी की शिल्पा ने ऐश्वर्या की तरह कपडे औए आभूषण तक कॉपी किये हुए है, बात पाठको के हाथ मे दे डाली की अब पाठक यह तय करेंगे की दोनों मे सुंदर कौन लग रहा है. मुझे तरस आता है अमर उजाला की सोच पर की उन्हें सोचना चाहिए की दोनों अभिनेत्री मंगलोर से तालुक रखती है तो उनका पहनावा भी एक जैसा होगा और यहाँ कोई सौन्दय प्रतियोगिता नहीं हो रही है की लोग बेहतर दुल्हन का चुनाव करे. सुधर जाओ दोस्तों वरना न घर के रहोगे और न घाट के.